मुनमुन सेन

मुनमुन सेन (28-03-1958) बीते दौर की एक्ट्रेस सुचित्रा सेन की बेटी हैं। सुचित्रा सेन हिदीं और बांग्ला फिल्मों की मशहूर अदाकार थीं।यही वजह है कि मुनमुन ने भी अभिनय की दुनिया में अपनी किस्मत आजमाई। मुनमुन सेन ने हिंदी के अलावा बांग्ला, तमिल, तेलगु, मलयालम, कन्नड़ और मराठी भाषा की फिल्मों में भी काम किया है। इनके बाद इनकी बेटियों (मुनमुन सेन की बेटियां राइमा और रिया सेन) ने भी इनके नक्‍श-ए-कदम पर चलते हुए फ़िल्म जगत में एंट्री ले ली. ऐसे में जहां एक ओर इनकी बेटी रिया को इन्‍हीं की तरह बोल्‍ड इमेज के लिए जाना जाता है, वहीं राइमा को उनकी ग्रांड मां सुचित्रा की तरह वर्सेटायल एक्‍ट्रेस के रूप में जाना जाता है.मुनमुन सेन  की शिक्षा शिलॉन्ग और कलकत्ता अब कोलकाता में हुई। वो आर्ट के साथ ही सोशल एक्टिविटीज में भी काफी आगे रहती हैं, यही वजह है कि उन्होंने शादी से पहले ही एक बच्चे को गोद ले लिया था।

अक्सर ऐसा कहा जाता है कि शादी के बाद हीरोइन का करियर खत्म हो जाता है लेकिन मुनमुन सेन ने अपने करियर की शुरुआत न सिर्फ शादी, बल्कि एक बेटी की मां बनने के बाद की। उन्होंने 1978 में त्रिपुरा की रॉयल फैमिली से ताल्लुक रखने वाले भरत देव वर्मा से शादी की। 1979 में उन्होंने बड़ी बेटी राइमा को जन्म दिया। मुनमुन सेन की सास इला देवी कूचबिहार की महारानी इंदिरा राजे की बेटी थीं। इला देवी जयपुर की महारानी गायत्री देवी की बड़ी बहन भी थीं।मुनमुन सेन 80 के दशक में अपनी बोल्ड और सेक्सी इमेज के लिए जानी जाती थीं। उन्हें उस दौर की कई मैगजींस के कवर पर बोल्ड पोज देते हुए देखा जा सकता है।मुनमुन की डेब्यू फिल्म ‘अंदर-बाहर’ राइमा के जन्म के 5 साल बाद 1984 में रिलीज हुई थी। हालांकि ये फिल्म ज्यादा नहीं चली लेकिन उनके काम की काफी तारीफ हुई।1984 में आई फिल्म अंदर बाहर फिल्म में श्रॉफ और मुनमुन सेन पर बारिश में फिल्माया गया मौसम बड़ा सुहाना है गीत काफी चला था।इसके बाद उन्होंने मुसाफिर, मोहब्बत की कसम, जाल, शीशा और प्यार की जीत फिल्मों में काम किया। मुनमुन सेन ने मजनूं, अमरकंटक, वो फिर आएगी, मिल गई मंजिल मुझे, तेरे बिना क्या जीना, पत्थर के इंसान, बहार आने तक, 100 डेज, इरादा, विषकन्या, वक्त का बादशाह, जख्मी रूह, जख्मी दिल, कुछ तो है और बारूद जैसी फिल्मों में काम किया।हालांकि उनकी फिल्में ज्यादा सफल नहीं रहीं, जिसके बाद उन्होंने टीवी का रुख किया।मुनमुन सेन को आंध्रप्रदेश सरकार ने 1987 में फिल्म ‘श्रीवेनेला’ के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया।मुनमुन सेन को कलाकेंद्र स्क्रीन अवॉर्ड, भारत निर्माण अवॉर्ड और कलाकार अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है।
2014 में मुनमुन ने ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन की और बांकुरा से लोकसभा चुनाव जीता। उन्होंने सीपीआई (एम) से 9 बार सांसद रहे बासुदेब आचार्य को हराया। 2019 में तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी मुनमुन सेन पश्चिम बंगाल के आसनसोल से बीजेपी के उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी। मुनमुन सेन की उम्मीदवारी पर बाबुल सुप्रियो ने कहा कि ममता जी आसनसोल में हमेशा से उनके खिलाफ ऐसे ही कैंडिडेट देती रही हैं, चाहे वो 2014 में डोला सेन हो या 2019 में मुनमुन सेन।

Comments

Popular posts from this blog

अमृता प्रीतम

चलो, एक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनों